स्वर्भानु था राहु एवं केतु का वास्तविक नाम

હર મહાદેવ om namo *मोहनी अवतार* *स्वर्भानु था राहु एवं केतु का वास्तविक नाम* स्वर्भानु का नाम शायद आपने पहली बार सुना हो किन्तु मुझे विश्वास है कि उसका दूसरा नाम आप सभी जानते होंगे। कुछ लोग स्वर्भानु नाम को शायद ना जानते हों किन्तु उसका दूसरा नाम हिन्दू धर्म के सबसे प्रसिद्द पात्रों में से एक है और हम सभी उससे परिचित हैं। हम उसे राहु एवं केतु के नाम से जानते हैं। अधिकतर धर्मग्रंथों में केवल राहु का विवरण ही मिलता है जिससे बाद में केतु अलग होता है किन्तु उसका वास्तविक नाम स्वर्भानु था। स्वर्भानु दैत्यराज बलि का एक महत्वपूर्ण सेनानायक था। समुद्र मंथन के समय जब अंत में अमृत की उत्पत्ति हुई तो देवों और दैत्यों में उसे पाने के लिए प्रतिस्पर्धा आरम्भ हो गयी। अमृत दैत्यों के हाथों में ना चला जाये इस कारण भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धरा जिसे देखकर सभी मंत्रमुग्ध हो गए और सम्मोहित हो मोहिनी रुपी भगवान विष्णु का अनुसरण करने लगे। मोहिनी ने कहा कि देव और दैत्य दोनों अपनी-अपनी पंक्तियों में बैठ जाएँ ताकि वो सभी को अमृत-पान करा सके। बलि के नेतृत्व में दैत्य और इंद्र के नेतृत्व में देवता अपनी-अपनी पंक...