આજનું પંચાંગ ૧૧/૦૯/૨૫ ગુરુવાર
હર મહાદેવ
આજનું પંચાંગ ૧૧/૦૯/૨૫ ગુરુવાર
*🌞 🚩 । l ॐ l । 🚩 🌞*
🕉 ।। *श्री गणेशाय नमः* ।। 🕉
*सुप्रभातम् स्नेह वंदनम्*
🌐 *आज का पंचांग* 🌐
🙏🙏🙏 श्राद्धप़क्ष 🙏🙏🙏
⛳ *तिथि*……( ०४ ) चतुर्थी ⛳️
🙏 पंचमी श्राद्ध 🙏
🌺 भरणी श्राद्ध 🌺
🍀 माधवदेवतिथि (असम ) 🍀
1️⃣1️⃣-0️⃣9️⃣-2⃣0⃣2️⃣5️⃣
🔔 *वार*……..गुरुवार 🔔
🦚 *नक्षत्र*…..अश्विनी 🦚
🪔 *योग*……..ध्रुव 🪔
✳️*करण*…..कौलव ✳️
🌅 *सूर्योदय* :-०६ः२६ 🌅
🌌 *सूर्यास्त* :-०६ः४६ 🌌
🌓 *पक्ष*....………कृष्ण 🌓
🌝 *चन्द्र राशि*…. मेष 🌝
⏺️ *ऋतु*.......…..शरद ⏺️
🍀 *अयन*………दक्षिण 🍀
🪷 *मास*.……….गुजरात- महाराष्ट्र में भाद्रपद अन्यत्र आश्विन 🪷
🌻*कलियुगाब्द*….५१२५ 🌻
🌎 *विक्रम संवत्*.....२०८१ 🌎
⭐️ *शक संवत्*...... १९४७ ⭐️
🪻अभिजीत …. मध्याह्न १२ः१६ से १२ः५६ तक 🪻
🌚 राहुकाल ….दोपहर ०२ः०८ से ०३ः३९ तक 🌚
💐*।। आपका दिन मंगलमय हो ।।* 💐
🌺🌺 कल १२-०९-२५ शुक्रवार 🌺🌺
🙏 षष्ठी श्राद्ध 🙏
🌼 कृतिका श्राद्ध 🌼
🌿*shashtriji bhavnagar* 🌿
જય ભગવાન ૐ નમઃ શિવાય ૐ
नकुर्याद्यद्यपि श्राद्धं मातापित्रोर्मृतेऽहनि ।।
कुर्यान्महालयश्राद्धमस्मरन्नेव बुद्धिमान् ।।
यदि कोई अपनी मृत्यु की वर्षगांठ के दिन वार्षिक श्राद्ध कर्म न भी करे, तो भी उसे इतनी बुद्धि रखनी चाहिए कि वह (अन्य बातों की चिंता किए बिना) महालया श्राद्ध कर्म कर सके।
कर्तुं महालयश्राद्धं यदि शक्तिर्न विद्यते ।।
याचित्वापि नरः कुर्यात्पितृणां तन्महालयम् ।।
यदि कोई महालय श्राद्ध करने में असमर्थ हो, तो उसे पितरों से भिक्षा मांगकर भी महालय श्राद्ध करना चाहिए।
❤️ राम राम ❤️
🙏 🌹 *जय श्री कृष्ण* 🌹🙏
पुन्नाम्नो नरकाद्य स्मात् त्रायते पितरं नर: ।
तस्मात् पुत्र इति प्रोक्त: स्वयमेव स्वयम्भुवा ॥
"पुं" नामक नरक से जो पिता का रक्षण करते हैं उन्हें ही पुत्र कहा गया है _ एसा स्वयं ब्रह्मा जी ने कहा है।
- पूर्णिमा का श्राद्ध पूर्णिमा के दिन नहीं कर सकते।
- पूर्णिमा का श्राद्ध अष्टमी,द्वादशी,अमावस्या, भरणी नक्षत्र,व्यतिपात योग में ही कर सकते हैं।🙏🙏🙏
- यह पूर्णिमा श्राद्ध का निर्णय केवल महालय श्राद्ध (भाद्रपद में श्राद्ध पक्षके लिए ही है)के लिए ही है। 🙏🙏🙏
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