સનાતન ધર્મ ની જય
આજનું પંચાંગ
*🌞 🚩 । l ॐ l । 🚩 🌞*
🕉 ।। *श्री गणेशाय नमः* ।। 🕉
*सुप्रभातम् स्नेह वंदनम्*
🌐 *आज का पंचांग* 🌐
⛳ *तिथि*....१३ (त्रयोदशी)
🍀 बुध पूजन 🍀
🙏 आखेटक त्रयोदशी एवं शिव पवित्रारोपण ( उड़ीसा ) 🙏
😡 मंगल वृषभ में रात्रि ९ः१२ से 😡
1️⃣0️⃣-0️⃣8️⃣-2⃣0⃣2⃣2️⃣
🔔 *वार*.....बुधवार
🦚 *नक्षत्र*....पूर्वाषाढ़ा
🪔 *योग*.....प्रीति
🍁 *करण*.....तैतिल
🌅 *सूर्योदय* :- ६:१५
🌌 *सूर्यास्त* :- ७:१४
🌓 *पक्ष*........शुक्ल
🌝 *चन्द्र राशि*.....धनु/ दोपहर २ः५१ से मकर 🌝
☂️ *ऋतु*.........वर्षा
💮 *मास*..... *श्रावण*
🌍 *कलियुगाब्द*......५१२४
🌎 *विक्रम संवत्*.....२०७८
🌏 *शक संवत्*...... १९४४
🌹 *अभिजीत मुहूर्त*.....नहीं
🌚 *राहुकाल*....१२:४३ से १४:२२ तक
( शुभ कार्य वर्जित )
🌻 *।। आपका दिन मंगलमय हो ।।* 🌻
🙏 ● *जय श्री कृष्ण* ● 🙏
नृत्तावसाने नटराजराजो ननाद ढक्कां नवपञ्चवारम्।
उद्धर्तुकामः सनकादिसिद्धान् एतद्विमर्शे शिवसूत्रजालम् ॥
“नृत्य (ताण्डव) के अवसान (समाप्ति) पर नटराज (शिव) ने सनकादि ऋषियों की सिद्धि और कामना का उद्धार (पूर्ति) के लिये नवपंच (चौदह) बार डमरू बजाया। इस प्रकार चौदह शिवसूत्रों का ये जाल (वर्णमाला) प्रकट हुयी।"
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