પંચાંગ . તા.04/12/2021 શનિ અમાવાસ્યા.

*🌞 🚩 । l ॐ l ।  🚩 🌞*
🕉 ।। *श्री गणेशाय नमः* ।। 🕉
  *सुप्रभातम् स्नेह वंदनम्*  
 🌐 *आज का पंचांग* 🌐 
⛳ *तिथि*.... (अमावस्या)
🪔 शनि अमावस्या 🪔
🙏 यज्ञनारायण इष्टि 🙏
🇮🇳 भारतीय नौ सेना दिवस 🇮🇳
💐 श्री रंगअवधूत पुण्यतिथि ( नारेश्वर) गुजरात 💐
🦀 बिछूडा 🦀
😡 मंगल वृश्चिक में रात्रि ५:५९ से 😡
0️⃣4️⃣-1️⃣2️⃣-2⃣0⃣2⃣1️⃣
🔔 *वार*.....शनिवार
🦚 *नक्षत्र*....अनुराधा
🪔 *योग*.....सुकर्मा
🕯️ *करण*.....नाग
🔥 *अयन* ....दक्षिणायन
🌅 *सूर्योदय* :- ७:०७
🌌 *सूर्यास्त* :-  ५:५२
🌓 *पक्ष*........कृष्ण
🌝 *चन्द्र राशि*....वृश्चिक
☂️ *ऋतु*.........हेमन्त
🍅 *मास*..... गुजरात- महाराष्ट्र में कार्तिक अन्यत्र *मार्गशीर्ष*
🌍 *कलियुगाब्द*......५१२३
🌎 *विक्रम संवत्*.....२०७८
🌏 *शक संवत्*...... १९४३
🌹 *अभिजीत मुहूर्त*.....१२:०७ से १२:४९
🌚 *राहुकाल*....०९:४९ से ११:०९🎂 तक
( शुभ कार्य वर्जित )

🌻 *।। आपका दिन मंगलमय हो ।।* 🌻 
       🙏 ● *जय श्री कृष्ण* ● 🙏
लभेत सिकतासु तैलमपि यत्नतः पीडयन्
पिबेच्च मृगतृष्णिकासु सलिलं  पिपासार्दित:।
कदाचिदपि पर्यटञ्छशविषाणमासादयेन्नतु
प्रतिनिविष्टमूर्खजनचित्तमाराधयेत्  ।।

मनुष्य परिश्रम करके बालू से भी तेल निकाल सकता है, प्यास से व्याकुल होकर मृगतृष्णा या मरुस्थल में भी पानी पी सकता है और निरंतर घूमता हुआ खरगोश के सींग को भी प्राप्त कर सकता है, परंतु वह दुराग्रही मूर्ख व्यक्ति के मन को समझा नहीं सकता है।🙏🙏

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