Posts

Showing posts from August, 2019

बिल्वपत्र की महत्ता

🍃🍃 बिल्वपत्र की महत्ता 🍃🍃      🍃🍃हरि ॐ नम: शिवाय🍃🍃     ~-~-~-~-~-·····~-~-~-~-~- ★शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग पर कई प्रकार की सामग्री फूल-पत्तियां चढ़ाई जाती हैं। इन्हीं में से सबसे महत्वपूर्ण है बिल्वपत्र। बिल्वपत्र से जुड़ी खास बातें जानने के बाद आप भी मानेंगे कि बिल्व का पेड बहुत चमत्कारी है--- ●पुराणों के अनुसार रविवार के दिन और द्वादशी तिथि पर बिल्ववृक्ष का विशेष पूजन करना चाहिए। इस पूजन से व्यक्ति ब्रह्महत्या जैसे महापाप से भी मुक्त हो जाता है। ●क्या आप जानते हैं कि बिल्वपत्र छ: मास तक बासी नहीं माना जाता। इसका मतलब यह है कि लंबे समय तक शिवलिंग पर एक बिल्वपत्र धोकर पुन: चढ़ाया जा सकता है या बर्फीले स्थानों के शिवालयों में अनुपलब्धता की स्थिति में बिल्वपत्र चूर्ण भी चढाने का विधान मिलता है। ●आयुर्वेद के अनुसार बिल्ववृक्ष के सात पत्ते प्रतिदिन खाकर थोड़ा पानी पीने से स्वप्न दोष की बीमारी से छुटकारा मिलता है। इसी प्रकार यह एक औषधि के रूप में काम आता है। ●शिवलिंग पर प्रतिदिन बिल्वपत्र चढ़ाने से सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। भक्त को जीवन में ...

Janmashtmi vishe

जन्माष्टमी पर आज एक साथ तीन संयोग! ********************************** स्मार्त समुदाय आज और वैष्णव समुदाय कल मनाएगा जन्माष्टमी ================================ अधिकतर श्रद्धालु आज यानी 23 अगस्त को जन्माष्टमी मनाएंगे। स्मार्त अर्थात् पंचदेवों की पूजा करने वाले श्रद्धालु 23 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत रखेंगे। वैष्णव समुदाय के श्रद्धालु अवश्य कल यानी 24 अगस्त को जन्माष्टमी पर्व मनाएंगे। जन्माष्टमी पर ग्रह गोचरों का महासंयोग वरदान होगा। इस तिथि पर छत्र योग, सौभाग्य सुंदरी योग और श्रीवत्स योग बन रहा है। यह पर्व पूजन और व्रतियों के लिए फलदायी सिद्ध होगा। 14 वर्षों के बाद तीन संयोग एक साथ बने हैं। जन्माष्टमी के समय सूर्यदेव अपनी सिंह राशि में रहेंगे। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद यानी कि भादो माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को हुआ था, जो कि इस बार 23 अगस्त को पड़ रही है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, इसलिए जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाना सर्वोत्तम माना गया है। रोहिणी नक्षत्र 23 अगस्त 2019 रात 11.56 बजे से ही शुरू हो जाएगा। 23 अगस्त को रोहिणी नक...